साड़ी बनाने वाले एक व्यापारी को कुछ लोगों व संस्था द्वारा परेशान किया जा रहा है।
राजस्थान चीफ ब्यूरो जसप्रीत सिंह
साड़ी बनाने वाले एक व्यापारी को कुछ लोगों व संस्था द्वारा परेशान किया जा रहा है। यूपी के कारीगर कोटा में साड़ियों को बना रहे हैं, साथ ही व्यापारी भी अपने हस्तशिल्प के तहत साड़ियां बना रहा है कोटा साड़ी से इनका कोई सरोकार नहीं है, लेकिन उसके बाद भी कुछ लोगों द्वारा लगातार इन्हें परेशान किया जा रहा है और समाज में मुझे बुलाए जाने, शादी समारोह में निमंत्रण नहीं देने, समाज की सम्पत्ति पर कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं देने सहित कई प्रतिबंध लगा दिए हैं जो पूरी तरह से असंवैधानिक है। इस मामले को लेकर मंजूर अली बिहार ने आपत्ती दर्ज कराई है। उन्होंने कैथून के जिम्मेदारान की तमाम सामाजिक व दीनी कमेहटयों की मोजुदगी में मीटिंग रखी गई जिसमे यह फरमान जारी किया गया कि जो लोग कोटा डोरिया साड़ी के खिलाफ है और खटकों पर नकली कोटा डोरिया साड़ी बना रहै है और बेच रहे है जो कोटा डोरिया साड़ी की अजमत को तार-तार कर रहै है, उनके लिए सामाजिक दायरे में यह फैसला लिया गया है, जिसमें कैथून के किसी भी जमात खाने में रसोई और कोई भी प्रोग्राम के लिए इनको जगह नहीं दी जाएगी। इनके घर में होने वाली शादी में निकाह नहीं पढ़ाया जाएगा। इनके यहां शादी-ब्याह और दूसरे कोई भी प्रोग्राम में खाने में न्योता नहीं दिया जाएगा और ना ही इनके यहां कोई भी समाज का व्यक्ति खाना खाने नहीं जाएगा। इस व्यक्ति से मदरसा, मस्जिद, जमातखाना, दरगाह, उर्स में किसी भी तरह से चन्दा नहीं लिया जाएगा और समस्त मुस्लिम समाज के लोग इनसे कोई भी किसी भी तरह का कोई रिश्ता नही रखेंगें। ये ही नहीं इस फरमान में यह भी कहा गया कि जो कोई इन नियमों का उल्लंघन करता पाया गया तो उसके खिलाफ भी कमेटियां निर्णय करेंगीं ,,जिसकी जिम्मेदारी स्वयं उसकी होगी। जिन संस्थाओं द्वारा ये फरमान लागू किया गया है, इसमें कोटा डोरिया हाड़ोती विकास संस्थान (केडीएचएफ), कैथून बुनकर यूनियन सेवा संस्थान, कैथून, टंच कमेटी, कैथून कैथून नगर कोर कमेटी, कैथून, लूम जरी चैकिंग कमेटी, कैथून संस्थाएं शमिल हैं। मंजूर अली ने कहा कि इस तरह के फरमान जारी करना संवैधानिक नहीं है, यदि किसी को शिकायत है और में गलत कर रहा हूं तो संवैधानिक रूप से बात की जाए, मेरे खिलाफ सम्बंधित विभाग में शिकायत की जाए, लेकिन कुछ लोग अपने राजनैतिक व सामाजिक फायदे के लिए गलत कार्य कर रहे हैं जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इस असंवैधानिक फरमान के खिलाफ आवाज उठाई जाएगी। में जो कार्य कर रहा हूं, उसका कोटा डोरिया से कोई सरोकार नहीं हैं। ऐसे में में प्रशासन से मांग करता हूं की जो लोग असंवैधानिक कार्य कर रहे हैं उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाए। में जो कार्य कर रहा हूं, वह पूरी तरह से संवैधानिक और कोटा डोरिया से अलग है, मेंरे कार्य के लिए जो भी संवैधानिक प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए और जिस भी विभाग से अप्रुवल ली जानी चाहिए वह सब कुछ मेंरे पास है, लेकिन उसके बाद भी इस तरह का फरमान न्यायोचित नहीं हैं, प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले और सम्बंधित के प्रति नियमानुसार कार्रवाई करें।